प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। बुलंदी साहित्यिक सेवा समिति के बैनर तले यहां कवि सम्मेलन एवं कवयित्री साईनीकृष्ण उनियाल के गढ़वाली काव्य संग्रह ”छैल” का विमोचन समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर पहुंचे कवियों ने अलग-अलग विधाओं में अपनी स्वरचित कविताओं का शानदार पाठ किया। बाल कवियों को मौके पर प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। रविवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र के सभागार में आयोजित कार्यक्रम के पहले सत्र में गढ़वाली काव्य संग्रह ”छैल” का गढ़वाली पजलकार जगमोहन सिंह रावत जगमोरा की अध्यक्षता में बतौर मुख्य अतिथि प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ.विष्णुदत्त कुकरेती,विशिष्ट अतिथि बुलंदी साहित्यिक सेवा समिति के विवेक बादल बाजपुरी,आखर ट्रस्ट के संदीप रावत व ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र श्रीनगर की बीके प्रेरणा ने विमोचन किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि डा. कुकरेती ने साईनीकृष्ण के गढ़वाल काव्य संग्रह ”छैल” को गढ़वाली भाषा के संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक कवयित्री ने अपनी सास को समर्पित की है,जो नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। इस अवसर पर ब्रह्मकुमारी सेवा केंद्र की बीके प्रेरणा ने कहा कि प्रजपिता ब्रह्मकुमारी सेवा केंद्र सनातन धर्म एवं सेवा के कार्यों को आगे बढ़ा रहा है। बीके रितेश ने संस्थान के बारे में जानकारी दी। संचालन प्रवक्ता जीव विज्ञान महेंद्र दत्त बंगवाल ने किया।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में गढ़वाली एवं हिंदी कवि सम्मेलन आयोजित हुआ। संचालन करते हुए बुलंदी साहित्यिक सेवा समिति के विवेक बादल बाजपुरी ने सभी कवियों का स्वागत किया। उन्होंने मैं अपनी मां की आंखों में सूरत देख लेता हूं–कविता के साथ ही देशभक्ति से प्रेरित कविताओं का पाठ किया। इसके अलावा कमलेश चंद्र जोशी ने ठंडी हवा बतौ वींकू पता–,ब्रह्म प्रकाश ने सुन्न ह्वेगी गौं गौला–,चंडी प्रसाद बंगवाल ने गौं,बजारू मं न जाणि किलै कविता का पाठ किया। इसके अलावा जयकृष्ण पैन्यूली,कवयित्री अनुसूया बडोनी अंशी कमल,अनीता काला,अक्षिता भंडारी,अक्षिता रावत,नेत्रा थपलियाल ने भी अपनी कविताओं का पाठ किया। साथ ही बाल कवियों में जसवंत राणा,प्रद्युम्न,शिवानी उनियाल,मयंक बड़थ्वाल,अंजलि रावत व दीपक ने भी अपनी प्रस्तुति दी। मौके पर व्यापार सभा अध्यक्ष दिनेश असवाल,अरविंद दरमोड़ा,वाणी विलास उनियाल,नवीन कुमार,वीरेंद्र रतूड़ी,डॉ.कविता भट्ट,गंगा असनोड़ा थपलियाल,भारती आदि मौजूद रहे।
