Illegal Gambling
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Illegal Gambling: जिले के आठनेर थाना क्षेत्र में महाराष्ट्र सीमा से लगे गांवों में लाखों रुपए के दांव पर चल रहा जुआ पुलिस की निष्क्रियता की पोल खोल रहा है। सूत्रों के मुताबिक एनखेड़ी, धाबोना और अंबा माई पाट नाके जैसे सीमावर्ती गांवों में महाराष्ट्र के लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर जुआ घर संचालित किए जा रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इन जुआ घरों में केवल युवा ही नहीं, बुजुर्ग और बच्चे भी शिकार बन रहे हैं।

Illegal Gambling

स्थानीय सूत्रों की मानें तो इन जुआ घरों में जगह बदल-बदल कर गतिविधियां चलाई जाती हैं ताकि पुलिस की नजर से बचा जा सके। खिलाड़ी दूर-दूर से बड़ी-बड़ी गाड़ियों में पहुंचते हैं और लाखों रुपए के दांव लगाते हैं। जुआ घरों में शराब, खाना, पानी की बोतल जैसी सभी सुविधाएं तक मौजूद हैं, जिससे जुआ खेलने वालों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

जवाबदेही की बात करें तो यह सवाल उठना लाजिमी है कि इतने बड़े पैमाने पर जुआ चलने के बावजूद पुलिस को इसकी जानकारी क्यों नहीं है? जब इस विषय में बिट प्रभारी से बात की गई तो उनका जवाब था-हमें तो आपके माध्यम से पता चल रहा है कि यहां जुआ चल रहा है।यह बयान अपने आप में क्षेत्र में प्रशासन की उदासीनता का प्रमाण है। वहीं, जब थाना प्रभारी आठनेर से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया-मैं बिट प्रभारी को बोल दूंगी, आप उनके साथ चले जाइए जहाँ जुआ चल रहा है।क्या यह जिम्मेदारी से भरा जवाब है? क्या एक थाना प्रभारी का कर्तव्य केवल जानकारी ट्रांसफर करना है, या फिर ऐसे मामलों में स्वयं गंभीरता दिखाकर कार्रवाई करना?

Illegal Gambling

Illegal Gambling: जनचर्चा – कई परिवारों की बर्बादी के पीछे यही जुआ घर

क्षेत्र में इस समय आचार्य जनक माहौल है। जनचर्चा है कि इन जुआ घरों के चलते कई परिवार आर्थिक बर्बादी के कगार पर पहुंच चुके हैं। बच्चे तक इसकी चपेट में आ रहे हैं, मगर पुलिस की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है। लोगों में यह भी चर्चा है कि कहीं ना कहीं स्थानीय पुलिस की मिलीभगत के बिना इतने बड़े स्तर पर यह अवैध कारोबार संभव नहीं।इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल यही है कि अगर कानून के रक्षक ही आंखें मूंद लें, तो आम जनता की सुरक्षा और समाज की नैतिकता का क्या होगा? आठनेर थाना क्षेत्र में चल रहे इस अवैध जुआ कारोबार पर तुरंत संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग क्षेत्रवासी कर रहे हैं। प्रशासन से अपेक्षा है कि वह इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करे, ताकि आने वाली पीढ़ियों को इस विनाशकारी लत से बचाया जा सके।

By Shikhar

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